17 Sep 2025 कोरबा:मंगलवार की देर रात कांग्रेस की ओर से आयोजित मशाल रैली ने शहर का राजनीतिक माहौल पूरी तरह गर्मा दिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की अगुवाई में निकली इस रैली ने जनसैलाब को सड़कों पर ला दिया। मशालें थामे कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश और ऊर्जा के साथ “वोट चोर-गद्दी छोड़ो” के नारे लगाए। सचिन पायलट की मौजूदगी से कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह देखने को मिला।

सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब
निहारिका स्थित सुभाष चौक से घंटाघर चौक तक निकली मशाल रैली ने देर रात शहर को आंदोलनीय माहौल में बदल दिया। मशालों की रोशनी, नारों की गूंज और भीड़ की तादाद ने इसे साधारण कार्यक्रम से जनआंदोलन जैसा स्वरूप दिया।
इस रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल सहित कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी रही। हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने इसमें भाग लिया। महिलाओं और युवाओं ने भी हाथों में मशाल लेकर अपनी भागीदारी दर्ज कराई।


सचिन पायलट का सीधा हमला
रैली के मंच से सचिन पायलट ने केंद्र सरकार और निर्वाचन आयोग पर तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि बीजेपी सत्ता में बने रहने के लिए अब लोकतंत्र की मूल आत्मा पर ही प्रहार कर रही है। “बीजेपी वोट चोरी जैसे शर्मनाक हथकंडों पर उतर आई है। कांग्रेस इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।”
उन्होंने सवाल किया कि जब कांग्रेस चुनाव आयोग से निष्पक्षता को लेकर सवाल उठाती है, तो उसका जवाब बीजेपी के नेता क्यों देते हैं? यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है।
मीडिया से बातचीत में पायलट ने कहा, “कांग्रेस ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन जब भी जनता के अधिकारों और लोकतंत्र पर हमला हुआ है, तब कांग्रेस ने सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ी है। इस बार भी हम पीछे नहीं हटेंगे।”

पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का बयान
इस मौके पर पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि कोरबा की जनता ने हमेशा लोकतंत्र और न्याय का साथ दिया है। उन्होंने कहा, “आज जो मशाल रैली निकली है, उसने साबित कर दिया है कि जनता अब वोट चोरी और जनादेश के साथ धोखाधड़ी को सहन करने वाली नहीं है। कोरबा की यह आवाज पूरे प्रदेश में गूंजेगी और आने वाले चुनावों की दिशा तय करेगी।”

जनता के अधिकारों की लड़ाई
पायलट ने स्पष्ट कहा कि यह आंदोलन केवल कांग्रेस का राजनीतिक अभियान नहीं बल्कि जनता के अधिकारों की रक्षा का संघर्ष है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे गांव-गांव और शहर-शहर जाकर लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा, “अगर वोट सुरक्षित नहीं रहेगा तो लोकतंत्र का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। यही वजह है कि कांग्रेस इस लड़ाई को हर स्तर पर लड़ेगी।”

जोश और भीड़ का संदेश
पूरे मार्ग पर मशालों की रोशनी और गूंजते नारों ने रात को भी दिन जैसा उजाला कर दिया। कार्यकर्ता पूरे आत्मविश्वास से भरे हुए नजर आए। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह रैली केवल कोरबा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में चुनावी माहौल को नई दिशा देने का काम करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता अब वोट चोरी जैसी किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं करेगी। वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि कोरबा की यह रैली बीजेपी के लिए स्पष्ट चेतावनी है।

नई ऊर्जा का संचार
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सचिन पायलट की मौजूदगी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नया उत्साह भरा है। वहीं, प्रदेश के बड़े नेताओं की एकजुटता ने संगठन को मजबूती का संदेश दिया है। देर रात तक कार्यकर्ताओं के चेहरे पर थकान की जगह जोश और आत्मविश्वास दिखाई देता रहा।


निष्कर्ष
कोरबा की मशाल रैली ने साफ कर दिया है कि “वोट चोरी” का मुद्दा आने वाले दिनों में कांग्रेस का सबसे बड़ा एजेंडा बनने जा रहा है। सचिन पायलट, प्रदेश नेतृत्व और स्थानीय दिग्गजों की मौजूदगी में निकली इस रैली ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा और जनता को नया विश्वास दिया है।