कोरबा की बिटिया खुशबू सोनी ने रचा इतिहास – विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दिलाया परिवार और शहर का मान, CGPSC में 53वीं रैंक पाकर बनीं राजपत्रित अधिकारी


22 Nov 2025 कोरबा: कहते हैं कि हौसलों की उड़ान को कोई रोक नहीं सकता। परिस्थितियाँ चाहे जितनी कठिन क्यों न हों, अगर मन में कुछ कर दिखाने का संकल्प हो तो सफलता निश्चित होती है। यह पंक्ति आज कोरबा की प्रतिभाशाली बेटी खुशबू सोनी पर बिल्कुल सटीक बैठती है। वार्ड क्रमांक 22, काशीनगर, कोरबा की रहने वाली खुशबू ने CGPSC 2024 की परीक्षा में शानदार 53वीं रैंक हासिल कर न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे कोरबा जिले को गर्व महसूस कराया है। उनका चयन राज्य कर निरीक्षक (वाणिज्य कर विभाग) के पद पर हुआ है।

लेकिन खुशबू की सफलता सिर्फ एक परीक्षा का परिणाम नहीं है… यह संघर्ष, त्याग, अनुशासन और अटूट विश्वास की एक प्रेरणादायक कहानी है। उनकी जीवन-यात्रा बताती है कि एक साधारण परिवार की बेटी भी असाधारण उपलब्धियाँ हासिल कर सकती है—यदि वह कठिनाइयों से लड़ने की हिम्मत रखती हो।

सबसे छोटी बेटी, सबसे बड़ी जिम्मेदारी

खुशबू सोनी अपने परिवार की सबसे छोटी संतान हैं। उनसे बड़ी एक बहन और एक भाई है। बड़े भाई-बहनों ने हमेशा उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित किया, लेकिन परिवार में सबसे छोटी होने के कारण खुशबू पर भावनात्मक जिम्मेदारी और भी अधिक थी। पिता की बीमारी के समय घर में सबसे ज्यादा चिंता उन्हीं के दिल में रहती थी।

बहनें और भाई हमेशा कहते थे—
“तू पढ़ाई कर, हम सब साथ हैं।”
इसी समर्थन ने खुशबू के हौसले और मजबूत किए।

पिता की बीमारी बनी संघर्ष की कसौटी, पर हौसला नहीं टूटा

खुशबू के पिता महेश्वरी कुमार सोनी लंबे समय से बीमार हैं। घर की आर्थिक और भावनात्मक स्थिति दोनों ही चुनौती भरी रहीं। चिकित्सा खर्च, घर की ज़िम्मेदारियाँ और पढ़ाई—तीनों को संभालना आसान नहीं था। एक तरफ पिता की बिगड़ती तबियत, दूसरी तरफ परिवार की चिंता… लेकिन इन सबके बीच खुशबू ने अपने लक्ष्य से समझौता नहीं किया।

जहाँ कई लोग हालातों से हार मान लेते हैं, वहीं खुशबू ने इन्हीं कठिन परिस्थितियों को अपनी ताकत बना लिया। वह कहती हैं कि —
“पापा की तबियत हमेशा मेरे लिए चिंता का विषय रही, लेकिन उन्हीं को एक सम्मानजनक जिंदगी देने के लिए मुझे यह परीक्षा पास करनी ही थी।”

माँ बैजन्ती सोनी का समर्पण बना सबसे बड़ा संबल

खुशबू की माँ बैजन्ती सोनी ने हर मुश्किल समय में परिवार को संभाला, माहौल को सकारात्मक रखा और बेटी को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मानसिक मजबूती दी।

खुशबू बताती हैं कि माँ हमेशा कहती थीं —
“पढ़ाई तुम्हारी ताकत है… इसे कभी मत छोड़ना।”
यही शब्द उनके लिए ऊर्जा का स्रोत बन गए।

शुरू से ही मेधावी – राज्य स्तरीय उपलब्धियों से भरी रही छात्र जीवन की डायरी

खुशबू का शैक्षणिक रिकॉर्ड हमेशा ही शानदार रहा है। बचपन से ही पढ़ाई के प्रति उनका विशेष लगाव रहा।

  • 10वीं में राज्य स्तर पर टॉपर
  • कोरबा शासकीय कॉलेज से B.Sc में गोल्ड मेडलिस्ट

कॉलेज के दिनों में भी वे हर परीक्षा, हर मंच पर अपनी योग्यता साबित करती रहीं।

CGPSC में सफलता की कहानी – संघर्ष और निरंतरता का फल

CGPSC की तैयारी कोई आसान सफर नहीं होती। महीनों की पढ़ाई, अनगिनत किताबें, मानसिक दबाव और घर की जिम्मेदारियाँ—इनके बीच खुशबू ने अपने लक्ष्य को कभी कमजोर नहीं होने दिया।

कभी पिता की तबियत बिगड़ जाती, कभी आर्थिक चिंता सताती, लेकिन उन्होंने इन कठिन पलों को अपनी ताकत में बदल लिया।

वे कहती हैं—
“मेरी पढ़ाई सिर्फ मेरा सपना नहीं थी, यह मेरे परिवार की उम्मीद थी… खासकर पापा की। इसलिए हार मानना विकल्प ही नहीं था।”

और अंततः परिणाम ने उनकी मेहनत को मुकुट पहनाया—CGPSC में 53वीं रैंक

कोरबा की पहचान बनी खुशबू – युवाओं के लिए प्रेरणा

खुशबू सोनी की यह उपलब्धि सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि पूरे कोरबा की उपलब्धि है। उनकी कहानी यह संदेश देती है कि—

✔ परिस्थितियाँ चाहे जितनी कठिन हों, सपनों को रोका नहीं जा सकता
✔ परिवार का साथ और खुद पर विश्वास सबसे बड़ी ताकत है
✔ संघर्ष जितना बड़ा, सफलता उतनी ही चमकदार

आज सोशल मीडिया पर लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं। बहनों, भाई और माँ की खुशी का ठिकाना नहीं है। पिता की आँखों में गर्व के आँसू हैं—जो खुशबू की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

“कठिनाइयों को हार नहीं, प्रेरणा बनाओ…” – खुशबू सोनी

खुशबू हर उस छात्र तक यह संदेश पहुंचाना चाहती हैं जो विपरीत परिस्थितियों में अपने भविष्य के लिए संघर्ष कर रहा है।

वे कहती हैं—
“कठिन परिस्थितियाँ हमेशा रहेंगी, लेकिन अगर आप लड़ते रहेंगे तो सफलता एक न एक दिन आपके कदम चूमेगी।”

यह सिर्फ एक रैंक नहीं, एक भावुक कहानी है…

  • एक बीमार पिता के लिए संघर्ष करती सबसे छोटी बेटी
  • माँ और भाई-बहनों का समर्थन
  • पढ़ाई के प्रति अदम्य लगन
  • और आखिरकार सफलता का उजाला

आज खुशबू सोनी सिर्फ एक अधिकारी नहीं, बल्कि हिम्मत और उम्मीद का नाम बन चुकी हैं।

कोरबा की यह होनहार बेटी आने वाले समय में छत्तीसगढ़ प्रशासन की एक मजबूत स्तंभ बनेगी।
खुशबू सोनी को ढेरों शुभकामनाएँ — कोरबा को अपनी इस बेटी पर गर्व है।

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