25 Sep 2025 कोरबा: जिले के कटघोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कसनिया मार्ग पर बुधवार रात हुई गोलीबारी की घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। रात करीब 11 बजे अचानक चली दो गोलियों ने न केवल कसनिया के निवासियों को आतंकित कर दिया, बल्कि पूरे पुलिस महकमे को भी अलर्ट कर दिया। हालांकि, ग्रामीणों की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।

गोली चलने से थर्राया कसनिया मार्ग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कसनिया निवासी सिकंदर मेमन के घर के सामने से एक अज्ञात युवक बाइक पर सवार होकर गुजरा और उसने अचानक फायरिंग कर दी। घटना इतनी अप्रत्याशित थी कि लोग कुछ समझ ही नहीं पाए। युवक ने लगातार दो राउंड फायर किए। एक गोली घर के लोहे के शटर को पार कर गई जबकि दूसरी गोली सीधे दरवाजे पर जाकर लगी। गनीमत रही कि गोली चलने के समय परिवार घर के अंदर था और खाना खाकर सोने की तैयारी कर रहा था। अगर कोई व्यक्ति दरवाजे पर मौजूद होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था। घटना के बाद परिवार दहशत में है और मोहल्ले के लोग भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं।

इलाके में मची अफरा-तफरी
जैसे ही गोलियों की आवाज गूंजी, पूरा इलाका जाग उठा। मोहल्ले के लोग घरों से बाहर आ गए और कुछ ही देर में भीड़ जमा हो गई। लेकिन तब तक हमलावर बाइक से हाईवे की ओर भाग चुका था। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पहले कभी ऐसी घटना नहीं देखी थी। इस वारदात ने इलाके में भय का माहौल पैदा कर दिया है।
संदिग्ध की भागने की नाकाम कोशिश
वारदात को अंजाम देकर भागते समय संदिग्ध की बाइक कसनिया मार्ग पर ही फिसल गई। बाइक से गिरने के बाद उसने आसपास के लोगों को गुमराह करने के लिए शर्ट बदल ली ताकि पहचान न हो सके। हालांकि उसके हावभाव और जल्दबाज़ी को देखकर ग्रामीणों को शक हुआ। इसके बाद संदिग्ध ने खुद को बचाने के लिए पास की एक बस में चढ़कर कटघोरा भागने की कोशिश की, लेकिन सतर्क ग्रामीणों ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कटघोरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उसे हिरासत में ले लिया।
पुलिस का त्वरित एक्शन
घटना की खबर मिलते ही कटघोरा थाना प्रभारी धर्म नारायण तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटनास्थल की घेराबंदी की गई और फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित किए गए। पुलिस को घटनास्थल से कारतूस के खाली खोखे भी मिले हैं। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपी की गतिविधियों का पूरा पता लगाया जा सके। इसके अलावा, तकनीकी आधार पर भी पुलिस जांच कर रही है।

एसपी खुद पहुंचे मौके पर
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी भी देर रात मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूरी घटना का जायजा लिया और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि मामले की तह तक जल्द से जल्द पहुंचा जाए।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया –
“दो राउंड फायरिंग की पुष्टि हुई है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और उससे गहन पूछताछ की जा रही है। घटना का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। इस तरह की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
शक के घेरे में पुरानी रंजिश
सूत्रों से जानकारी मिली है कि यह पूरी घटना पुरानी रंजिश का नतीजा हो सकती है। बताया जा रहा है कि आरोपी का असली निशाना परिवार का एक सदस्य था, लेकिन वह घर पर मौजूद नहीं था। ऐसे में गुस्से में आरोपी ने घर और दुकान पर गोलियां चलाकर इलाके में दहशत फैलाने की कोशिश की। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी किसी बड़े गिरोह से जुड़ा है या फिर यह केवल आपसी रंजिश का मामला है।
ग्रामीणों की भूमिका रही अहम
इस पूरे घटनाक्रम में ग्रामीणों की भूमिका सबसे अहम रही। यदि उन्होंने समय रहते संदिग्ध को पहचान कर पीछा न किया होता, तो शायद संदिग्ध आसानी से फरार हो जाता। ग्रामीणों ने न केवल संदिग्ध को पकड़ने में पुलिस की मदद की, बल्कि इलाके में भीड़ और अफरा-तफरी के बीच साहस का परिचय दिया।
लोगों में गुस्सा और खौफ
घटना के बाद से कसनिया और आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है। लोग अब भी सहमे हुए हैं। बच्चों और बुजुर्गों पर मानसिक दबाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक आरोपियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे खुद को असुरक्षित महसूस करेंगे। कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस की गश्त बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि इलाके में लगातार पुलिस की मौजूदगी दिखनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
अब तक की जांच का अपडेट
-एक संदिग्ध दुर्गेश को हिरासत में लिया गया है।
-पुलिस पूछताछ में यह बात सामने आई है कि वह अकेला नहीं था, बल्कि अन्य लोगों की भी संलिप्तता हो सकती है।
-शक्ति और हर्ष सिंह नामक दो अन्य व्यक्तियों पर भी शक जताया जा रहा है।
-पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी की सीधी निगरानी में जांच जारी है।
-पुलिस तकनीकी आधार, सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के जरिए सबूत जुटा रही है।
अब तक यह स्पष्ट है कि घटना का मकसद केवल दहशत फैलाना था, लेकिन यह भी जांच का हिस्सा है कि कहीं इसका संबंध किसी पुराने विवाद या आपसी दुश्मनी से तो नहीं है।
पुलिस का सख्त रुख
एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कहा है कि जिले में भय का वातावरण बनाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने साफ कर दिया है कि – “रंजिश भुनाने या दबदबा बनाने के लिए गोली चलाना बहुत गंभीर अपराध है। इसमें जो भी शामिल होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” कटघोरा थाना प्रभारी धर्म नारायण तिवारी ने भी कहा कि इस मामले में विशेष टीमें बनाई गई हैं। आरोपियों की तलाश और उनके नेटवर्क को खंगाला जा रहा है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मामले की पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी और इसमें शामिल हर शख्स कानून की गिरफ्त में होगा। फिलहाल, कसनिया के लोग दहशत और नाराजगी के बीच पुलिस से त्वरित कार्रवाई और सुरक्षा की उम्मीद लगाए बैठे हैं।