09 Sep 2025 नई दिल्ली: संसद भवन में आज उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान जारी है। इस बार मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन और INDIA गठबंधन के प्रत्याशी, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच है।
लेकिन, इस राजनीतिक जंग के बीच तीन अहम पार्टियों ने वोटिंग से किनारा कर लिया है। इनके 12 सांसदों ने आज मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
बीजू जनता दल (BJD) – “समान दूरी” की राजनीति
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजद ने ऐलान किया है कि उसके सांसद चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे।
पार्टी का तर्क है कि वह राष्ट्रीय स्तर पर न तो एनडीए और न ही INDIA गठबंधन के करीब जाएगी।
BJD के पास राज्यसभा में 7 सांसद हैं, जिनमें सस्मित पात्रा, सुलता देव, मुज़िबुल्ला ख़ान जैसे नेता शामिल हैं। लोकसभा में पार्टी की कोई मौजूदगी नहीं है।
भारत राष्ट्र समिति (BRS) – “किसानों की नाराज़गी”
तेलंगाना की भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने भी चुनाव से दूरी बना ली है।
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने कहा कि राज्य में यूरिया की भारी कमी है और किसान गंभीर संकट में हैं।
उन्होंने कहा –
“पिछले 20 दिनों से हम लगातार चेतावनी दे रहे थे, लेकिन सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। किसानों के साथ खड़े होने के लिए BRS मतदान में हिस्सा नहीं लेगी। अगर NOTA होता तो हम वही चुनते।”
BRS के पास राज्यसभा में 4 सांसद हैं, लेकिन लोकसभा में कोई नहीं।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) – “बाढ़ पर मदद नहीं मिली”
पंजाब में बाढ़ से जूझ रहे हालात को लेकर शिरोमणि अकाली दल ने भी उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बना ली है।
पार्टी ने सोशल मीडिया पर लिखा –
“लगभग एक-तिहाई पंजाब पानी में डूबा है, फसलें बर्बाद हो गई हैं। न तो केंद्र सरकार और न ही राज्य सरकार मदद के लिए आगे आई। ऐसे में हम वोटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे।”
SAD की ओर से अकेली सांसद हरसिमरत कौर बादल हैं, जिन्होंने आज मतदान नहीं किया।
चुनावी गणित
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कुल 788 सांसद पात्र होते हैं – 245 राज्यसभा से और 543 लोकसभा से। इसमें 12 नामांकित सदस्य भी शामिल हैं।
इस समय सात सीटें खाली हैं, इसलिए कुल संख्या 781 रह गई है। मतदान जीतने के लिए 391 वोटों की ज़रूरत है। विश्लेषकों का मानना है कि इन तीन दलों की अनुपस्थिति के बावजूद एनडीए का पलड़ा भारी है।