06 Oct 2025 कोरबा: पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने हाल ही में प्रेस वार्ता में दावा किया कि बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में हुई हिंसा केवल दो बच्चों के मामूली विवाद से शुरू हुई थी, जिसे भाजपा ने चुनावी फायदा उठाने के लिए साम्प्रदायिक रंग देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि CBI की हालिया चार्जशीट ने भी पुलिस की प्रारंभिक जांच को सही ठहराया और किसी राजनीतिक षड्यंत्र का सबूत नहीं पाया।
8 अप्रैल 2023 को हुई इस हिंसा में वर्तमान भाजपा विधायक ईश्वर साहू के पुत्र भुवनेश्वर साहू की मौत हो गई थी। अग्रवाल ने बताया कि CBI की जांच में स्पष्ट किया गया कि यह कोई साम्प्रदायिक हिंसा नहीं थी, बल्कि बच्चों के विवाद में भड़की झड़प थी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने घटना के तुरंत बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और CBI ने इसी कार्रवाई को मान्यता दी।
पूर्व मंत्री ने भाजपा पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने इस घटना को साजिशपूर्वक साम्प्रदायिक रूप देने की कोशिश की, ताकि चुनाव में लाभ लिया जा सके। उन्होंने भाजपा नेताओं और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव पर भी भड़काऊ बयान फैलाने का आरोप लगाया।
अग्रवाल ने कहा कि इसी घटना के कारण भाजपा ने मृतक भुवनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को साजा विधानसभा से उम्मीदवार बनाया, जिन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रविन्द्र चौबे को पराजित किया। उन्होंने बताया कि बाद में CBI जांच की अनुशंसा भी ईश्वर साहू के दबाव पर की गई थी, लेकिन CBI ने इसे केवल बच्चों के विवाद में भड़की हिंसा बताया।
पूर्व मंत्री ने भाजपा से माफी की मांग भी की और कहा कि चार्जशीट से पार्टी का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है।
एक अन्य मुद्दे पर उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता ननकीराम कंवर को ‘होम अरेस्ट’ किए जाने की भी आलोचना की। उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और कहा कि जब वरिष्ठ नेता मलगांव में फर्जी मुआवजा वितरण की जांच की मांग कर रहे हैं, तो उनकी सुनवाई न होना गंभीर विषय है।
इस अवसर पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज चौहान, यादव, राजकिशोर प्रसाद, श्याम सुंदर सोनी, दिलेश्वरी सिदार, कुसुम द्विवेदी, कृपाराम साहू, बीएन सिंह, सहित कई कांग्रेसी नेता उपस्थित थे।