06 Sep 2025 नई दिल्ली: खगोल विज्ञान और धार्मिक दृष्टि से अहम माने जाने वाला पूर्ण चंद्रग्रहण कल यानी 7 सितंबर 2025 (रविवार) को लगेगा। भारत समेत एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और न्यूजीलैंड में यह अद्भुत दृश्य साफ तौर पर देखा जा सकेगा।
ग्रहण का समय
शुरुआत: रात 9:57 बजे
मध्य (पूर्ण ग्रहण): 11:41 बजे
समाप्ति: 1:27 बजे (8 सितंबर की मध्यरात्रि के बाद)
कुल अवधि: करीब 3 घंटे 28 मिनट
इस दौरान चंद्रमा लालिमा लिए ‘ब्लड मून’ के रूप में नज़र आएगा।
धार्मिक महत्त्व और सूतक काल
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, इस ग्रहण का सूतक काल आज दोपहर 12:57 बजे से शुरू हो जाएगा और ग्रहण समाप्ति तक प्रभावी रहेगा। इस अवधि में भोजन, यात्रा और पूजा-पाठ से बचने की सलाह दी जाती है। ग्रहण के बाद स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्त्व बताया गया है।
विशेषता
यह ग्रहण खास इसलिए भी है क्योंकि यह पितृ पक्ष की शुरुआत के साथ पड़ रहा है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण के दौरान और उसके बाद पितरों के लिए श्रद्धा और तर्पण करने से विशेष पुण्यफल प्राप्त होता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
खगोलविदों के अनुसार, यह पूर्ण चंद्रग्रहण लगभग 82 मिनट तक पूर्ण रूप से दिखाई देगा। दिल्ली सहित पूरे भारत में यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना किसी उपकरण के इसे नंगी आंखों से देखना
सुरक्षित है। इस तरह कल की रात आसमान में एक अद्भुत खगोलीय नज़ारा होगा, जब चांद लालिमा लिए हुए धरती की छाया में छिप जाएगा।