03 Oct 2025 कोरबा: देश की अग्रणी एल्यूमिनियम कंपनी बालको प्लांट में शुक्रवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया। राख फिल्टर के लिए लगाया गया लगभग 20 साल पुराना इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रीसिपिटेटर (ESP) अचानक ध्वस्त हो गया। हादसा इतना भीषण था कि पूरे प्लांट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी कर्मचारी या श्रमिक की जान नहीं गई।

मिली जानकारी के अनुसार, ईएसपी का निर्माण वर्ष 2004-05 में सेपको कंपनी द्वारा कराया गया था। समय-समय पर रखरखाव की कमी और तकनीकी खामियों के चलते यह दुर्घटना हुई, ऐसा माना जा रहा है। हादसे ने एक बार फिर संयंत्र की सुरक्षा व्यवस्था और मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले भी बालको प्लांट में चिमनी गिरने जैसी बड़ी दुर्घटना हो चुकी है। उस हादसे के बाद भी प्रबंधन और श्रम विभाग ने ठोस सबक नहीं लिया। स्थानीय कर्मचारियों का कहना है कि सुरक्षा नियमों की अनदेखी अब आम बात हो गई है।

हाल ही में रायपुर स्थित गोदावरी पावर प्लांट (हीरा ग्रुप) में भी हादसे में छह श्रमिकों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही ऐसी घटनाएं इस बात का सबूत हैं कि उद्योगपतियों के दबाव में श्रम विभाग केवल औपचारिक जांच कर खानापूर्ति करता है, जबकि श्रमिकों की जान जोखिम में डाली जा रही है।