कोरबा 04 Sep 2025: जब कोरबा नगर निगम आयुक्त ने जाम में फंसे बालको के लोगों की तकलीफ समझी और उन्होंने BALCO क्षेत्र में व्यवस्था सुधारने की ठानी, तो शहरवासियों ने राहत की सांस ली। सोचा – “चलो, अब ट्रैफिक जाम, गंदगी और बदहाली से निजात मिलेगी।”
लेकिन तभी, सुधार की गाड़ी को ब्रेक लग गया – और स्टेयरिंग पकड़ ली महापौर Sanju Devi Rajput ने।
BALCO में जब काम शुरू हुआ, तो सब कुछ योजना के अनुसार चल रहा था। लेकिन फिर अचानक कार्य रुकवा दिया गया – बिना किसी स्पष्ट कारण, बिना किसी आधिकारिक सूचना। अब सवाल ये उठता है कि क्या BALCO की सड़कें सुधरतीं तो Mayor की कुर्सी हिल जाती?
या फिर सुधार अगर बिना ‘फोटो खिंचवाए’ हो जाए, तो वो सुधार ही नहीं कहलाता?
मेयर की बालको की जनता से क्या दुश्मनी ? क्या बीजेपी नहीं चाहती बालको जाम मुक्त हो ?
जब कोरबा के बाकी इलाकों में अतिक्रमण हटाया जाता है, तो महापौर जी नज़र ही नहीं आतीं। लेकिन BALCO की सबसे ज़्यादा जाम वाली जगह पर जब निगम कुछ सुधार करना चाहता है, तो वही महापौर अचानक प्रकट हो जाती हैं — और काम रुकवा देती हैं। आख़िर क्यों?”
वाह Mayor साहिबा, आपको तकलीफ़ सिर्फ़ तब याद आती है जब काम का मक़सद सुधार होता है – न कि राजनीति?
“जाम हटाने की बात तो कीजिए, वरना कम से कम जिम्मेदारी से हट जाइए!”
बालको के लोग रोज़ ट्रैफिक जाम में फँसते हैं। स्कूल जा रहे बच्चे हों या अस्पताल जा रही ऐंबुलेंस – सब एक ही सवाल पूछते हैं:
“Mayor साहिबा, आप किसके लिए बैठी हैं?”
अगर व्यवस्था सुधारने की हर कोशिश को रोकना ही राजनीति है, तो फिर सुधार के नाम पर लोगों को सपने क्यों दिखाए जाते हैं?
या शायद कोरबा को सुधार नहीं, सिर्फ़ ‘रिबन कटिंग’ और ‘Facebook पोस्ट’ की राजनीति दी गई है।