बालको के लोगों की भलाई में ब्रेक लगाती महापौर!

या फिर सुधार अगर बिना ‘फोटो खिंचवाए’ हो जाए, तो वो सुधार ही नहीं कहलाता?

मेयर की बालको की जनता से क्या दुश्मनी ? क्या बीजेपी नहीं चाहती बालको जाम मुक्त हो ?

जब कोरबा के बाकी इलाकों में अतिक्रमण हटाया जाता है, तो महापौर जी नज़र ही नहीं आतीं। लेकिन BALCO की सबसे ज़्यादा जाम वाली जगह पर जब निगम कुछ सुधार करना चाहता है, तो वही महापौर अचानक प्रकट हो जाती हैं — और काम रुकवा देती हैं। आख़िर क्यों?”

वाह Mayor साहिबा, आपको तकलीफ़ सिर्फ़ तब याद आती है जब काम का मक़सद सुधार होता है – न कि राजनीति?

“जाम हटाने की बात तो कीजिए, वरना कम से कम जिम्मेदारी से हट जाइए!”

बालको के लोग रोज़ ट्रैफिक जाम में फँसते हैं। स्कूल जा रहे बच्चे हों या अस्पताल जा रही ऐंबुलेंस – सब एक ही सवाल पूछते हैं:
“Mayor साहिबा, आप किसके लिए बैठी हैं?”

अगर व्यवस्था सुधारने की हर कोशिश को रोकना ही राजनीति है, तो फिर सुधार के नाम पर लोगों को सपने क्यों दिखाए जाते हैं?

या शायद कोरबा को सुधार नहीं, सिर्फ़ ‘रिबन कटिंग’ और ‘Facebook पोस्ट’ की राजनीति दी गई है।

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